बगहा से नरेंद्र पांडेय की रिपोर्ट..
बगहा/मधुबनी। बगहा पुलिस जिला के मधुबनी प्रखंड परिसर में शनिवार को पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पूरे जोश के साथ मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता मधुबनी प्रखंड प्रमुख सह भाजपा नेत्री एवं बीसुत्री सदस्य विजया सिंह ने किया। वहीं मधुबनी बीडीओ कुंदन कुमार सहित अन्य अधिकारियों ने संयुक्त रूप से पंडित दीन दयाल उपाध्याय के स्मृति में दर्जनों पेड़ लगा कर उनके आदर्शों को याद किया। इस दौरान प्रमुख सह भाजपा नेत्री विजया सिंह ने कहा कि देश के लिए मर मिटने वाले पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी आज हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन हर वर्ष आज के दिन उनके जन्मदिन पर भारत के कोने कोने में उनकी जयंती पर याद कर उनके आदर्शों को पूरे देशवासियों के बीच साझा किया जाता है। वहीं बताया जाता है कि अंग्रेजी हुकूमत की बेड़ियों को किस मुसीबत और किस प्रकार से कष्ट सहते हुए देश की आजादी में उन्होंने अपनी बलिदान देश को अर्पित किया था। इसको भुलाया नहीं जा सकता है। अब नई पीढ़ी के लोगों को चाहिए कि अपनी संप्रभुता की रक्षा उनकी स्वयं की रक्षा साबित होगी। हमें आज देश में कुछ कतिपय लोगों की पार्टी जिस प्रकार से देश के लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। उनके बहकावे में नहीं आना है। अभी भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जिस प्रकार से बिहार के महिलाओं के साथ बिना भेद भाव बिना जाति धर्म संस्कृति के मजदूरों को 5, 5 हजार रुपए तथा जीविका दीदियों के सदस्यों के बैंक खाता में 10 ,10 हजार रुपए अंतरण भारत सरकार तथा बिहार सरकार के तरफ किया गया है। अपलोग सभी सीएसपी केंद्रों पर महिलाओं की भारी संख्या में भीड़ दिखाई देती होगी। माता बहनों एवं बेटियों के खातों में अभी तो दस हजार रुपए ही आए हैं। उस पैसे को महिला मुख्यमंत्री रोजगार योजना के तहत बकरी पालन, मुर्गी पालन, सिलाई बुनाई, पापड़, अदौरी आदि दर्जनों व्यवसायों को यदि अनवरत जारी रखने में सक्षम होती हैं तो उन्हें आसान किस्तों में ढाई लाख रुपए और मिलेंगे।जिससे उनके पति पिता पुत्र सभी लोग बड़े पैमाने पर अपना स्वरोजगार कर अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने में उनकी अपना ही भूमिका बेहतर साबित होगी। इस कड़ी में बीडीओ कुंदन कुमार ने कहा कि काश आज उस जमाने जैसे लोग होते और दूसरों की रक्षा अपनी खुद जिम्मेदारी समझ कर कर रहे होते। उपाध्याय जी अपने घर परिवार के या अपनी जाती सम्प्रदाय के लिए लड़ाई नहीं लड़ी थी।वो ऐसा शिक्षित शख्शियत थे जिन्होंने अपने देश के लिए नहीं अपितु विश्व भर के लोगों के बेहतरी के लिए एक ताकत बन कर उभरे थे । उन्हें मेरा शत शत नमन है। वहीं पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी का परामर्शी आज के परिवेश में भारत जैसे देश की बारम्बार जरूरत है। इस दौरान प्रखंड परिसर में दर्जनों लोगों ने इन पुनीत कार्य में सम्मिलित हुए।
